गोरखपुर: ये आकाशवाणी का गोरखपुर केंद्र है यह अवाज पिछले 46 सालो से गोरखपुर के लोगो के दिलो पर राज करती रही है, लेकिन आज यानि शनिवार से यह अवाज खामोश हो गयी है ।
बता दे कि भटहट के बरगदही स्थित गोरखपुर आकाशवाणी केंद्र के रिले सेंटर का हाइपावर ट्रांसमीटर (100 किलोवाट) शनिवार की दोपहर 12 बजे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
प्रसार भारती निदेशालय की तरफ से गोरखपुर और जालंधर के आकाशवाणी केंद्र को बंद करने का फैसला लिया गया है। लेकिन प्रसार भारती के ऐप पर अब भी प्रसारण सुनने का विकल्प खुला रहेगा।
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आकाशवाणी का केंद्र बंंद होने की बात से निराश होने वाले लोगो के लिए एक अच्छी खबर भी है, अब प्रसार भारती गोरखपुर में आकाशवाणी का प्रसारण एफएम बैंड के जरिए करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि मीडियम वेब ट्रांसमीटर बंद होने के बाद एफएम बैंड पर प्रसारण को जारी रखने की तैयारी चल रही है। प्रसार भारती एफएम के माध्यम से रेडियो को लोगों तक पहुंचाना चाहता है।
प्रसार भारती का मानना है कि रेडियो लोगों के घरों से गायब हो चुके हैं। अगर कुछ सुना जा रहा है तो वह एफएम रेडियो, ऐसे में पुराने ट्रांसमीटर के नवीनीकरण से बेहतर है कि एक बड़े केंद्र की जगह कई छोटे-छोटे केंद्र बना दिए जाएं।
ऐसे केंदो को बनाने की शुरुआत देवरिया, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज और आजमगढ़ में हो चुकी है। गोरखपुर में भी एक ऐसा ही एफएम केंद्र जल्द स्थापित स्थापित होने जा रहा है।
आकाशवाणी गोरखपुर के बंद होने की बात पर क्या बोले गोरखपुर सांसद
वही इस पर गोरखपुर सांसद रवि किशन का कहना है कि आकाशवाणी केंद्र बंद नही होगा, आकाशवाणी अब नये रुप में सामने आयेगा, अब गोरखपुर के साथ ही देवरिया व महराजगंज में भी आकाशवाणी का एफएम शुरू होगा।
सांसद ने कहा कि जो कार्यक्रम आकाशवाणी पर प्रसारित होते थे, वही एफएम पर प्रसारित होंगे। स्थानीय कलाकारों के हिसाब से भी कार्यक्रम बनाए जाएंगे जिससे रोजगार की संभावना बढ़ेगी।
AIR Gorakhpur | Gorakhpur News
गोरखपुर रीजनल न्यूज़ के प्रमुख सम्पादक हैं, इन्होने अपना ग्रेजुएशन BCA (IT) से किया, इसके साथ ही वे MBA (Business Analytics) से पोस्ट ग्रेजुएट भी है, 2017 से अब तक वे इस पोर्टल पर फाउंटर और सम्पादक के रुप में कार्यरत है। यह गोरखपुर मंडल के सभी जिलो का लोकप्रिय न्यूज़ साइट है । जहा प्रतिदिन लाखो लोग साइट पर विजिट करते है ।